9/16/20

कुत्ता मरा या जिंदा रहा ? बताइयें तो जरा !('बर्बाद इंडिया न्यूज़ '-यू- ट्यूब चैनल !) -बर्बाद इंडिया / मनोज बत्रा (एडिटर)

'बर्बाद इंडिया न्यूज़ '-यू- ट्यूब चैनल !

कुत्ता मरा या जिन्दा रहा ?बताइये ,तो जरा !


     रेलवे -ट्रैक पर घूमना ,कानूनी अपराध है !उसे बिल्कुल नहीं पता था !सफ़ेद रंग का ,वो नंगा प्राणी ,निश्चिन्त और बेखबर ,न जाने क्यों ट्रैक पर टहल रहा था ,शायद भोजन की तलाश थी उसे !अचानक मौत के पंजे उसकी ओर बढ़े !मौत ने कोई कसर नहीं छोड़ी ,उसे लीलने में !ये वीडियों देखकर तो ,एक बार आपका दिल दहल जायेगा, तरस आयेगा ,आपको इस नन्हें जीव पर !कुत्ता मरा या जिन्दा रहा ?बताइये,तो जरा !





'बर्बाद इंडिया न्यूज़ 'पर इस वीडियों को देखने के लिए ,यहाँ क्लिक करें -

https://www.youtube.com/watch?v=fUga00M9AoM


चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा
-मुख्य कार्यकारी अधिकारी (चैनल )


9/15/20

मौत का खंजर ? मौत का मंजर ?ऐसा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा !('बर्बाद इंडिया न्यूज़ '-यू- ट्यूब चैनल !) -बर्बाद इंडिया / मनोज बत्रा (एडिटर)

'बर्बाद इंडिया न्यूज़ '-यू- ट्यूब चैनल !

मौत का खंजर ? मौत का मंजर ?ऐसा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा !

     कहते है कि विनाश से पहले ,इंसान की बुद्धि उल्टी हो जाती है !ऐसा ही हुआ ,एक नवयुवक के साथ !जल्दबाजी ,लापरवाही और अज्ञानता आदि के चलते ,स्वयं को असुरक्षित स्थिति में ड़ालकर ,जीवन को बहने दिया ,बाढ़ के उफनते पानी में !



     आखिर क्यों ,सब्र नहीं था उसे ?क्या उसे अपने परिवार की चिंता नहीं थी ?क्या कोई अपने जीवन से ,ऐसे भी खेलता है ?क्या ये मौत का खंजर था ?क्या ये मौत का मंजर था ?नहीं पता !कौन है ये शख़्स ?कहाँ का वीडियो है ?किसने वीडियो बनाया ?ऐसा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा !



'बर्बाद इंडिया न्यूज़ 'पर इस वीडियों को देखने के लिए ,यहाँ क्लिक करें -

https://www.youtube.com/watch?v=UgV8-FWrFu4


चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा
-मुख्य कार्यकारी अधिकारी (चैनल )


9/13/20

एक और सोनू सूद ! सोनू सूद की जलाई अलख से ,देश में इंसानियत का प्रसार ! सतपाल चावला ने ,अपने पैसे खर्च कर, मज़दूर को घर भिजवाया -बर्बाद इंडिया / मनोज बत्रा (एडिटर) !

एक और सोनू सूद !

सोनू सूद की जलाई अलख से ,देश में इंसानियत का प्रसार !

सतपाल चावला ने ,अपने पैसे खर्च कर, मज़दूर को घर भिजवाया !

दिनांक -13 सितम्बर ,2020 . 
कुलदीप नगर,राजपुरा (पंजाब ). (मनोज बत्तरा द्वारा ). 

     कोरोना के वैश्विक -संकट के चलते ,मुंबई के प्रवासी मज़दूरों को ,अपने खर्च पर फिल्म -अभिनेता सोनू सूद ने ,उन्हें उनके घर तक पहुँचाने की, जो मुहिम शुरू की थी ,उसका असर देश के हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है !या यूँ कहे कि सोनू सूद ने मानवता की मिसाल की जो अलख जलाई ,उससे लोगों में भी मानवता का प्रसार हुआ है !सचमुच, सोनू सूद द्वारा ,किये गए उच्च -स्तरीय,लोक -कल्याण के कार्यों के कारण ही ,वे देश के असली हीरो है !



     आज मानवता का एक साक्षात् किस्सा देखने को मिला !लगा एक और सोनू सूद सामने है !कुलदीप नगर निवासी ,राधा -स्वामी सतपाल चावला ने 30 रूपये टैम्पू का किराया खर्च करके ,एक बिहारी मज़दूर को ,पटियाला में ,उसके चाचा के घर पहुँचाया !
     दरअसल वह बिहारी इस समय ,गोरखपुर ,उत्तर प्रदेश से शाम के वक़्त राजपुरा पहुंचा था।रास्ते में उसके सारे पैसे खर्च हो गए थे !वह पटियाला का रास्ता पूछकर ,पैदल ही ,26 किलोमीटर दूर पटियाला जाने लगा तो सतपाल चावला की मानवता जाग गई ,उन्हें ये भी डर था कि देर रात वह ,पैदल पटियाला पहुंचेगा ,तो कर्फ्यु के कारण उसे पुलिस वाले भी ,तंग करेंगे !खैर ,उन्होंने 30 रूपये टैम्पू का किराया खर्च करके,उस बिहारी मज़दूर को पटियाला के लिए ,टैम्पू में रवाना कर दिया। 



     पेशे से स्वयं टैम्पू के वाहक ,सतपाल चावला मृदुभाषी ,मिलनसार और हँसमुख इंसान है !उनके मना करने के बावजूद ,इस समाचार को ,बड़ी खबर मानकर ,लोगों तक पहुँचाना ,'बर्बाद इंडिया 'अपना कर्तव्य  समझता है और अपनी शुभकामनाओं से उन्हें सम्मानित करता है !

    
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा


आश्चर्यजनक ! 7 साल का 'मकड़ी मानव 'हिंदुस्तान में ! 'स्पाइडर ब्वॉय ' के दीवारों पर चढ़ने-उतरने के पीछे ,पूर्व -जन्म व प्रबल इच्छा -शक्ति !@विचारक मनोज बत्रा-बर्बाद इंडिया / मनोज बत्रा (एडिटर)

आश्चर्यजनक !

7 साल का 'मकड़ी मानव 'हिंदुस्तान में !

'स्पाइडर ब्वॉय ' के दीवारों पर चढ़ने-उतरने के पीछे ,पूर्व -जन्म व प्रबल इच्छा -शक्ति !@विचारक मनोज बत्रा

दिनांक -13 सितम्बर ,2020 . 
कानपुर (उत्तर प्रदेश ). (मनोज बत्तरा द्वारा ).

     7 साल का बच्चा ,तीसरी कक्षा का छात्र, यदि स्पाइडर मैन की तरह ,झटपट दीवारों पर,बिना किसी सहारे के, बड़ी तेजी से ,चढ़ने -उतरने लगे ,तो इसे आप क्या कहेंगे ?कोई चमत्कार या कोई अनहोनी ?हमारे सामने भी जब ऐसे समाचार आते है ,तो हमारा मन भी आश्चर्य ,जिज्ञासा और कौतूहल से भर उठता है!



     मीडिया -ख़बरों के अनुसार,कानपुर निवासी यसार्थ सिंह नाम का बच्चा ,ये हैरत अंगेज कारनामा कर डालता है !लोग यसार्थ सिंह को प्यार से ,'स्पाइडर ब्वॉय 'के नाम से पुकारते है !यसार्थ की माता श्रीमति गरिमा सिंह का कहना है कि यसार्थ स्पाइडर मैन मूवी से प्रभावित था ,जिसके परिणाम-स्वरूप इसके मन में ,दीवारों पर चढ़ने -उतरने की इच्छा हुई !वह छिपकली की तरह अपने हाथ और पैर के पंजों को ,दीवार पर चिपका लेता है !इस तरह दीवारों पर चढ़ने -उतरने का अभ्यास ,उसे सफलता की ओर ले गया। पर हमें डर लगा रहता है कि उसे कहीं चोट न लग जाये !यसार्थ एक बड़ा अधिकारी बनकर ,देश की सेवा करना चाहता है।



     अब सवाल उठता है कि यसार्थ ये सब कैसे कर पाता है ,तो 'बर्बाद इंडिया 'ने इस प्रश्न का उत्तर खोजने की कोशिश की है !हमारी खोज के अनुसार ,बहुत से लोगों में पूर्व-जन्मों के संस्कार ,गुण आदि ,वर्तमान जन्म में भी ,थोड़े या ज्यादा आ सकते है !फिर सकारात्मक -शक्ति व प्रबल इच्छा -शक्ति भी ,ऐसे अजूबा कारनामों में अपनी भूमिका निभाती है !अब देखना ये भी होगा कि क्या बड़ा होने पर भी, यसार्थ ऐसे ही दीवारों पर चढ़-उतर पायेंगा !तो आप इन्तजार कीजिये ,'बर्बाद इंडिया 'पर ,भविष्य की इस न्यूज़ का !  

                         
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा


                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                         

9/12/20

आश्चर्यजनक ! सोनू सूद की जरूरत ,भारतीय ग्रास कला को ,रोजगार -अवसर हेतू ! बंद आँखों से ,सरकंडे की अद्भुत कलाकृतियां बनाते है ,अभिषेक चौहान !-बर्बाद इंडिया / मनोज बत्रा (एडिटर)

आश्चर्यजनक !

सोनू सूद की जरूरत ,भारतीय ग्रास कला को ,रोजगार -अवसर हेतू !

बंद आँखों से ,सरकंडे की अद्भुत कलाकृतियां बनाते है ,अभिषेक चौहान ! 

दिनांक -12 सितम्बर ,2020 . 
राजपुरा (पंजाब ). (मनोज बत्तरा द्वारा ). 

     अनादि काल से चली आ रही ,विरासती कला 'ग्रास आर्ट' के माहिर ,ग्रास आर्टिस्ट अभिषेक चौहान ,देश के प्रथम ऐसे कलाकार है ,जो आँखें बंद करके ,सरकंडे/घास  से,विभिन्न प्रकार की अद्भुत कलाकृतियां बना सकते है। 
     केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और पंजाब सरकार द्वारा ,अभिषेक को उनकी इस अद्भुत कला हेतू सम्मानित भी किया जा चुका है। अभिषेक का कहना है कि ये विरासती कला ,आज अपनी पहचान खोती जा रही है ,यदि भारत के रियल हीरो और फिल्म कलाकार सोनू सूद ,इस कला के अम्बैसेडर बने ,तो विश्व -स्तर पर ,ग्रास कला की खासी पहचान बन सकती है !सरकंडे से फूल ,सजावटी सामान ,गहने ,धार्मिक -चिन्ह और राखियां आदि को भी तैयार किया जा सकता है ,इसलिए स्वदेशी रोजगार के अवसर को पैदा किया जा सकता है !प्रवासी मजदूरों हेतू रोजगार उत्पन्न करने की मुहिम चलाने वाले ,सोनू सूद की आवश्यकता ,आज देश की इस अद्भुत ग्रास कला को भी है !  


            
                                                                    अभिषेक के पुराने चित्र !
                                                        आँखें बंद और तैयार कलाकृति !
          
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा