घरेलू नुस्खे !
सूखी खांसी में ये रामबाण काढ़ा और हमारी दुआएं ,आपको आराम देंगी ! और तला हुआ या मैदे वाला खाया न ,तो देख लेना आप !
डिअर साहेब !
"एक बरष के मौसम चार ,मौसम चार ,पांचवा मौसम प्यार का ,इन्तजार का !"-भारत में एक वर्ष के चार मौसम हो ,या पांचवा मौसम प्यार का भी हो ,तो पाँचों मौसमों में परिवर्तन(प्रेम के वियोग में ) इंसान रोगी हो जाता है !चारों मौसमों में परिवर्तन से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है ! शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने पर सर्दी ,खांसी और झुखाम,,,,हा -हा ,जुकाम अनिवार्य रूप से हो जाते है !और प्यार में ,प्रेम के वियोग में ,प्रकृति भी बैरी लगती है,दिमाग काम नहीं करता !सुप्त हो जाता है !बीमार हो जाता है !प्यार के वियोग में बीमार मन ,शरीर को भी बीमार कर देता है !... आपको तो मज़ा आने लगा पढ़कर !वियोगी प्यार की इम्यूनिटी ठीक करने के उपाय तो पाठकों, आपको और किसी लेख में बताये जायेंगे ,फिलहाल आप हमारी दुआएँ लीजिये और ये रामबाण काढ़ा/चाय बनाकर पीजिये !हम भी देखते है ,कि आपकी सूखी खांसी कैसे नहीं जाती !आपको आराम नहीं आता !और हाँ,तला हुआ या मैदे वाला खाया न ,तो देख लेना आप !
तुलसी जी के पत्तों को तोड़ने के नियमों का ध्यान रखते हुए ,उनके कुछ पत्ते लें और उन्हें श्रद्धापूर्वक काली -कुलिटी मिर्च ,गौरे -गौरे कनक के आटे के थोड़े -से चोकर,मरियल से मुनक्का और रौबदार मुलेठी के साथ ,जल -देवता की उपस्थिति में, उबला -उबला कर लें ! जब केतली -वेटली में देवता जी का शरीर आधा हो जाएँ ,हवा हो जाये,तो उन्हें कहना ठण्ड रखिये ,ठण्ड रखिये ,अभी रात में आपको छानकर ,मिठ्ठा -मिठ्ठा (शुगर )करके,कोसा -कोसा गर्म करके पीते है ,बस मेरा मुँह मत जलाना ,कृपया !
इस काढ़े को बनाने में ग्लो ,अदरक /सौंठ ,सौंफ ,दूध,निम्बू-रस ,छोटो इलाइची ,बड़ी इलाइची ,दालचीनी ,हींग ,त्रिफला,मधु मक्खी का थूक (शहद ),सेंधे नमक का पानी भी ,थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल कर सकते है !ग्लो युक्त उबला पानी किसी भी तरह के बुखार या कम सेल वाले मरीज ,एक गिलास जितना ले सकते है !3 -4 दिन में खांसी ठीक हो जाएगी !
तले हुए आलू -शालू ,पकोड़े -शकोडे ,रोल्स-वोल्स ,परांठे -शरांठे जी ,आपने नी खाने !मैं वेखिया सी तवाणु ,कुलचे दी रेडी तें !ब्रेड ,पास्ता , मैगी ,कुलचे ,भठूरे -शतुरें नहीं खाने जी ,मैदे तों बने होंदे जी !खराब करूं !जे खाएं न ,गल्ल नी करनी मैं !
सूखी खांसी में ये रामबाण काढ़ा और हमारी दुआएं ,आपको आराम देंगी ! और तला हुआ या मैदे वाला खाया न ,तो देख लेना आप !
डिअर साहेब !
"एक बरष के मौसम चार ,मौसम चार ,पांचवा मौसम प्यार का ,इन्तजार का !"-भारत में एक वर्ष के चार मौसम हो ,या पांचवा मौसम प्यार का भी हो ,तो पाँचों मौसमों में परिवर्तन(प्रेम के वियोग में ) इंसान रोगी हो जाता है !चारों मौसमों में परिवर्तन से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है ! शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने पर सर्दी ,खांसी और झुखाम,,,,हा -हा ,जुकाम अनिवार्य रूप से हो जाते है !और प्यार में ,प्रेम के वियोग में ,प्रकृति भी बैरी लगती है,दिमाग काम नहीं करता !सुप्त हो जाता है !बीमार हो जाता है !प्यार के वियोग में बीमार मन ,शरीर को भी बीमार कर देता है !... आपको तो मज़ा आने लगा पढ़कर !वियोगी प्यार की इम्यूनिटी ठीक करने के उपाय तो पाठकों, आपको और किसी लेख में बताये जायेंगे ,फिलहाल आप हमारी दुआएँ लीजिये और ये रामबाण काढ़ा/चाय बनाकर पीजिये !हम भी देखते है ,कि आपकी सूखी खांसी कैसे नहीं जाती !आपको आराम नहीं आता !और हाँ,तला हुआ या मैदे वाला खाया न ,तो देख लेना आप !
तुलसी जी के पत्तों को तोड़ने के नियमों का ध्यान रखते हुए ,उनके कुछ पत्ते लें और उन्हें श्रद्धापूर्वक काली -कुलिटी मिर्च ,गौरे -गौरे कनक के आटे के थोड़े -से चोकर,मरियल से मुनक्का और रौबदार मुलेठी के साथ ,जल -देवता की उपस्थिति में, उबला -उबला कर लें ! जब केतली -वेटली में देवता जी का शरीर आधा हो जाएँ ,हवा हो जाये,तो उन्हें कहना ठण्ड रखिये ,ठण्ड रखिये ,अभी रात में आपको छानकर ,मिठ्ठा -मिठ्ठा (शुगर )करके,कोसा -कोसा गर्म करके पीते है ,बस मेरा मुँह मत जलाना ,कृपया !
इस काढ़े को बनाने में ग्लो ,अदरक /सौंठ ,सौंफ ,दूध,निम्बू-रस ,छोटो इलाइची ,बड़ी इलाइची ,दालचीनी ,हींग ,त्रिफला,मधु मक्खी का थूक (शहद ),सेंधे नमक का पानी भी ,थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल कर सकते है !ग्लो युक्त उबला पानी किसी भी तरह के बुखार या कम सेल वाले मरीज ,एक गिलास जितना ले सकते है !3 -4 दिन में खांसी ठीक हो जाएगी !
तले हुए आलू -शालू ,पकोड़े -शकोडे ,रोल्स-वोल्स ,परांठे -शरांठे जी ,आपने नी खाने !मैं वेखिया सी तवाणु ,कुलचे दी रेडी तें !ब्रेड ,पास्ता , मैगी ,कुलचे ,भठूरे -शतुरें नहीं खाने जी ,मैदे तों बने होंदे जी !खराब करूं !जे खाएं न ,गल्ल नी करनी मैं !
चीफ एडिटर आचार्य मनोज बत्तरा |